अचलगड़ किला
देलवाड़ा मंदिर से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह किला परमार राजाओं द्वारा बनवाया गया था बाद में राणा कुंभा ने इसका पुनर्निर्माण करवाया । यहाँ भगवान शिव का मंदिर है जो कि अचलेश्वर महादेव के नाम से जाना जाता है । शिव के साथ ही यहाँ उनकी सवारी नंदी के दर्शन भी किए जा सकते हैं कहा जाता है कि यहाँ पर भगवान शिव के पेरों के निशान हैं । मंदिर के पीछे एक कुंड है जो मंदाकिनी कुंड के नाम से जाना जाता है . यहाँ 16वीं शताब्दी में बने कलात्मक जैन मंदिर भी हैं । यहाँ घूमने के लिए यहाँ के नन्हे गाइड जरुर साथ ले लें क्योंकि ये अपनी लच्छेदार भाषा में यहाँ का इतहास भी बताते हैं जो बड़ा ही रोचक लगता है ।
यह भी देखें -
mount abu -1
mount abu -2
mount abu -3
mount abu -4
mount abu -5
mount abu -6
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